गुरु ग्रह के लिए पूजें प्रयागेश्वर महादेव को
स्कंदपुराण के अवंतिखण्ड में बद्रिकाश्रम में तपस्यारत प्रियव्रत ने नारद से कोई प्रेरक प्रसंग सुनाने को कहा। नारद ने कहा कि एक बार उन्होंने श्वेत द्वीप सरोवर में एक कन्या को देखा और उसका परिचय पूछा।
View Articleबुध ग्रह के लिए पूजें संगमेश्वर महादेव को
स्कंदपुराण के अवंतिखण्ड में कलिंग देश का राजा सुबाहु मध्यांह में होने वाले प्रतिदिन के सिरदर्द से व्यथित रहता था। वह अज्ञात प्रेरणावश महाकाल वन स्थित उस स्थान पर स्नान करने गया जहां गंगा, नीलगंगा तथा...
View Articleमंगल ग्रह के लिए पूजें अंगारेश्वर महादेव को
स्कंदपुराण के अवंतिखण्ड में प्रथम कल्प में महादेव के शरीर से एक लाल रंग का बालक उत्पन्न हुआ। महादेव ने उसे पृथ्वी पर रखा तो उसका नाम भूमिपुत्र कहलाया। पृथ्वी पर उसे रखते ही पृथ्वी कंपन करने लगी।
View Articleचंद्र ग्रह के लिए पूजें सोमेश्वर महादेव को
स्कन्दपुराण के अवंतिखण्ड में वराहकाल में ब्रह्मा के मानस पुत्र ऋषि अत्री हुए। उनके पुत्र सोम का विवाह दक्ष की पुत्रियों द्राक्षायणी से हुआ। यह सभी 17 थी। इनमें से एक रोहिणी को सोम ज्यादा स्नेह करते थे।...
View Articleश्रावण मास में नवग्रहों की शांति करते हैं 84 महादेव
नवग्रहों के अधिष्ठात्र देवता भगवान शिव हैं। भारतीय ज्योतिषशास्त्र में जीवन पर नवग्रहों के पड़ने वाले प्रभाव तय किए गए हैं। नवग्रहों में प्रथम सात ग्रह विशेष रूप से मायने रखते हैं बाकि राहु व केतु...
View Articleश्रावण मास में पढ़ें भगवान शिव के 160 नाम
वेदों, पुराणों और उपनिषदों में अनेक नामों से शिव की महिमा गाई गई है। उनमें से कुछ नाम यहां प्रस्तुत किए जा रहे हैं :
View Articleश्रावण मास विशेष : शिव के पौराणिक धाम
पुराणों में बारह ज्योर्तिलिंग के अलावा भी शिव के पवित्र स्थानों का उल्लेख मिलता है। प्रत्येक स्थान से जुड़ी अनेक कथाएं हैं तथा इसका खगोलीय महत्व भी है। आइए हम जानते हैं कि प्रमुख रूप से भगवान शिव के...
View Article।। शिव रूद्राष्टकम ।।
श्रावण मास में कोई भी साधक ज्यादा कुछ न करके यदि भगवान शिव का ध्यान करते हुए रामचरित मानस से लिया गया यह लयात्मक स्तोत्र का श्रद्धापूर्वक पाठ करें, तो वह शिवजी का कृपापात्र हो जाता है। यह स्तोत्र बहुत...
View Articleश्रावण माह में सरल मंत्रों से करें शिव को प्रसन्न
श्रावण मास में मंत्रों के जपने से भोले भंडारी शिव जी की कृपा शीघ्र प्राप्त होती है। मनोकामना पूर्ति, जीवन में सफलता-सुख-शांति और सिद्धी के लिए इनका अवश्य पाठ करना चाहिए। प्रस्तुत है शिव के सरल मंत्र...
View Articleश्रावण सोमवार पर तत्काल प्रसन्न होते हैं शिवजी
श्रावण माह में सोमवार का दिन विशेष महत्व रखता है। सोमवार को शिव उपासना की कृपा प्राप्ति का द्वार माना गया है। जो देवों के भी देव हैं वही महादेव हैं अर्थात् भगवान शिव हैं। हालांकि वर्ष में प्रत्येक...
View Articleश्रावण सोमवार पौराणिक व्रत कथा
श्रावण सोमवार की कथा के अनुसार अमरपुर नगर में एक धनी व्यापारी रहता था। दूर-दूर तक उसका व्यापार फैला हुआ था। नगर में उस व्यापारी का सभी लोग मान-सम्मान करते थे। इतना सबकुछ होने पर भी वह व्यापारी अंतर्मन...
View Articleश्रावण मास में पढ़ें महाकाल की पौराणिक गाथा
उज्जयिनी में राजा चंद्रसेन का राज था। वह भगवान शिव का परम भक्त था। शिवगणों में मुख्य मणिभद्र नामक गण उसका मित्र था। एक बार मणिभद्र ने राजा चंद्रसेन को एक अत्यंत तेजोमय 'चिंतामणि' प्रदान की।
View Articleजबलपुर का प्रसिद्ध चतुष्कोणीय शिव मंदिर
एक शिवालय ऐसा भी है, जिसका शिखर स्वर्ण जड़ित है। इस वजह से कई बार नास्तिक तबियत के चोरों ने हाथ साफ करने की कोशिश की, लेकिन वे नाकाम रहे। दरअसल, इस मंदिर को किसी बाहरी सुरक्षा की दरकार नहीं, क्योंकि...
View Article।। शिव मानस पूजा स्तुति।।
इस स्तुति को पढ़ते हुए भक्तों द्वारा शिवशंकर को श्रद्धापूर्वक मानसिक रूप से समस्त पंचामृत दिव्य सामग्री समर्पित की जाती है। हम कल्पना में ही उन्हें रत्नजडित सिहांसन पर आसीन करते हैं, दिव्य वस्त्र, भोजन...
View Articleश्रावण सोमवार : कैसे करें व्रत, कैसे करें पूजा
पुराणों और शास्त्रों के अनुसार सोमवार के व्रत तीन तरह के होते हैं। सावन सोमवार, सोलह सोमवार और सोम प्रदोष। सोमवार व्रत की विधि सभी व्रतों में समान होती है। इस व्रत को श्रावण माह में आरंभ करना शुभ माना...
View Articleशिवजी की स्तुति : पार्वती पति हर-हर शम्भो
जय शिवशंकर, जय गंगाधर, करुणा-कर करतार हरे, जय कैलाशी, जय अविनाशी, सुखराशि, सुख-सार हरे जय शशि-शेखर, जय डमरू-धर जय-जय प्रेमागार हरे, जय त्रिपुरारी, जय मदहारी, अमित अनन्त अपार हरे, निर्गुण जय जय, सगुण...
View Articleश्रावण मास विशेष : महामृत्युंजय मंत्र
श्रावण मास के अलावा वर्ष भर महामृत्युंजय मंत्र जपने से अकाल मृत्यु टलती है। आरोग्यता की प्राप्ति होती है। मंत्र- ॐ ह्रौं जूं सः। ॐ भूः भुवः स्वः। ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।...
View Articleश्रावण मास : किन धाराओं से अभिषेक का क्या मिलता है फल
श्रावण में शिवाभिषेक का विशेष महत्व है। यह अभिषेक जल और दूध के अतिरिक्त कई तरल पदार्थों से किया जाता है। आइए जानते हैं किस धारा के अभिषेक से क्या फल मिलता है-
View Articleशिव को किस वरदान के लिए कौन सा फूल चढ़ाएं
सभी भगवान को फूल विशेष प्रिय होते हैं। यह शिव जी का माह चल रहा है। इस माह में शिव जी हर पूजा को सहर्ष ग्रहण करते हैं। आइए जानते हैं किस फूल को चढ़ाने पर शिव जी कौन सा वरदान देते हैं-
View Articleशिव पूजा : किस अनाज को अर्पित करने से क्या फल मिलेगा
श्रावण मास में मनोकामना पूर्ति हेतु शिव जी को भक्त गण विविध सामग्री चढ़ाते हैं। उनमें अनाज भी प्रमुख हैं। प्रस्तुत है विशेष जानकारी कि किस अनाज को चढ़ाने से शिवजी क्या फल देते हैं।
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