न कोई निमंत्रण न बुलावा, न कोई पोस्टर और न पैम्पलेट। न मुनादी और न किसी का आह्वान, बिना किसी अपील और उकसावे के घरों से निकल पड़े हैं लोग। सड़कों पर आ गया है सैलाब, अपार जन समूह स्वतः स्फूर्त होकर निकला है, कितनी संख्या हो जाएगी, इसका अनुमान गत ...
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