भोलेनाथ को समर्पित काँवड़ यात्रा
न कोई निमंत्रण न बुलावा, न कोई पोस्टर और न पैम्पलेट। न मुनादी और न किसी का आह्वान, बिना किसी अपील और उकसावे के घरों से निकल पड़े हैं लोग। सड़कों पर आ गया है सैलाब, अपार जन समूह स्वतः स्फूर्त होकर निकला...
View Articleसावन के झूले और शिव भक्ति
यूँ तो सावन का रंगीला मौसम हर किसी को झूमने पर मजबूर कर देता है। चारों ओर हरियाली, ठंडी-ठंडी पवन की मदमस्त बयार, बारिश की रिमझिम और सखियों का साथ। फिर कैसे दिल मान सकता है सावन में बिना झूला झूले...,...
View Articleबह रही है सेवा और भक्ति की बयार
हरिद्वार से जलभर लाने वालों में दिल्ली के शिवभक्त काँवड़ियों की बहुत बड़ी संख्या होती है। साथ ही दिल्ली की सीमा से लगे हरियाणा और राजस्थान के नगर-गाँवों के हजारों काँवड़िए यहाँ से गुजरते हैं। इसलिए दिल्ली...
View Articleशनि प्रदोष पर शिव की विशेष पूजा
श्रावण मास में पड़ने वाले शनि प्रदोष का महत्व अत्याधिक बढ़ जाता है। इसमें शिवभक्त भगवान शंकर का विशेष अभिषेक करते हैं। श्रावण में प्रदोष तो हर बार आती है, लेकिन शनि प्रदोष कई सालों के अंतराल में आई है।...
View Articleसावन के शिव
रौद्रावतार भगवान शिव की सौम्य मूर्ति एवं रूप का दर्शन मात्र श्रावण मास में ही संभव है। जैसा कि पुराणों में या विविध ग्रन्थों में या लोकमत के रूप में यह प्रसिद्ध है कि भगवान रुद्र के 11 ही अवतार है। जो...
View Articleभगवान शिव की कृपा भक्ति
वैसे तो भगवान शिव की शक्ति, महिमा और दयालुता की बहुत-सी कहानियाँ प्रचलित हैं। लेकिन एक बड़ी विचित्र एवं रोचक कथा इस संबंध में आती है। जो आज भी उत्तरप्रदेश के बलिया जिले के अन्तर्गत रसड़ा तहसील में,...
View Articleसावन माह की विशेषता
हिन्दू धर्म की पौराणिक मान्यता के अनुसार सावन महीने को देवों के देव महादेव भगवान शंकर का महीना माना जाता है। इस संबंध में पौराणिक कथा है कि जब सनत कुमारों ने महादेव से उन्हें सावन महीना प्रिय होने का...
View Articleशिवालयों में हो रहे हैं अनुष्ठान
यद्यपि कंकर कंकर शंकर कहकर तत्वज्ञ महापुरुषों ने कण-कण में शिव तत्व के विद्यमान रहने की बात कही है तथापि स्थूल धरातल में शिव की प्रत्यक्ष अनुमति के लिए बारह ज्योतिर्लिंगों एवं अनेक स्वयंभू शिवलिंगों की...
View Articleपरशुराम थे पहले कावड़िये
परशुराम ने अपने पिता की आज्ञा मानते हुए कजरी वन में शिवलिंग की स्थापना की। वहीं उन्होंने गंगा जल लाकर इसका महाभिषेक किया। इस स्थान पर आज भी प्राचीन मंदिर मौजूद है। कजरी वन क्षेत्र मेरठ के आस पास ही...
View Articleमोक्ष के दाता हैं 'शिव'
भगवान आशुतोष ही मोक्ष के दाता हैं। उनकी कृपा के बगैर साधक को तत्वज्ञान की प्राप्ति नहीं होती। भगवान शिव ही ज्ञान के साक्षात स्वरूप हैं। श्रावण मास के उपलक्ष्य में आयोजित शिव महापुराण के वाचन में...
View Articleशिव उपासना का महीना प्रारंभ
देवाधिदेव भगवान शिव की उपासना का महीना प्रारंभ हो गया है। शिव उपासना का यह सबसे श्रेष्ठ महीना माना गया है। लिहाजा पूरे महीने भर शिवभक्ति की धारा बहेगी। इस दौरान कई शिव भक्त पार्थिव शिवलिंग बनाकर...
View Articleकरें दारिद्रयदहन शिवस्तोत्रम् का पाठ...
भगवान शंकर का पूजन करके प्रतिदिन दारिद्रयदहन शिवस्तोत्रम् का पाठ करना चाहिए। इससे शिव की कृपा से दारिद्रय का नाश होकर अथाह धन-सम्पत्ति की प्राप्ति होती है।
View Articleभोलेनाथ का प्रिय शिव चालीसा
सावन मास में शिव चालीसा पढ़ने का अलग ही महत्व है। शिव चालीसा के माध्यम से आप अपने सारे दुखों को भूला कर भगवान शिव की अपार कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
View Articleजीवन सफल करें ’ॐ नमः शिवाय' मंत्र
शिव और मंत्र का वाच्य वाचक भाव अनादिकाल से चला आ रहा है। जैसे यह घोर संसार सागर अनादिकाल से चला आ रहा है, उसी प्रकार संसार से छ़ुडानेवाले भगवान शिव भी अनादिकाल से ही नित्य विराजमान हैं। जैसे औषध रोगों...
View Articleश्रावण में गूंजेगा बम-बम बोल
हिन्दुओं के चातुर्मास और भिक्षुओं के वर्षामास सावन में 'धम्म-धम्म बोल' और 'बम-बम बोल' की गूंज सर्वत्र सुनाई देती है। शिव के सिर पर गंगा है, उनके सिर पर चंद्रमा विराजते हैं, उन्हें 'चंन्द्रमौलि' कहते...
View Articleपूरे मन से करें शिव पूजन
शिव महापुराण कथा के अनुसार मनुष्य को पूजा पूरे मन व प्रेम से करना चाहिए। पूजा के लिए जरूरी नहीं है कि आप बहुत समय व अधिक से अधिक सामग्री चढ़ाएं। जब तक आपका मन अच्छा नहीं होगा, तब तक आप पूजा मन लगाकर...
View Articleमहाकाल की दूसरी सवारी आज
श्रावण मास के दूसरे सोमवार को बाबा महाकाल एक बार फिर नगर भ्रमण पर निकलेंगे। परंपरानुसार श्रावण मास की द्वितीय सवारी सोमवार 25 जुलाई को अपराह्न 4 बजे मंदिर से प्रारंभ होगी। बाबा महाकाल मनमहेश स्वरूप में...
View Articleविश्वविख्यात हैं रुद्रपुर का शिवलिंग
भारत में वैसे तो अनेकानेक मंदिर शिवालय हैं परन्तु उत्तरप्रदेश के देवरिया जिले के रुद्रपुर में 11वीं सदी में अष्टकोण में बने प्रसिद्ध दुग्धेश्वरनाथ मंदिर में स्थापित शिवलिंग अपनी अनूठी विशेषता के लिए...
View Articleश्रावण में पाएं शिव कृपा
श्रावण के महीने में खास तौर सोमवार का दिन शिव उपासना की कृपा प्राप्ति का द्वार है। जो देवताओं के भी देवता है वही महादेव अर्थात् भगवान शिव हैं। यद्यपि वर्ष में प्रत्येक महीने शिव उपासना किसी न किसी...
View Articleशिव कृपा से हुई थी रुद्राक्ष की उत्पत्ति
भगवान शिव ने रुद्राक्ष उत्पत्ति की कथा पार्वती को कही है। एक समय भगवान शिवजी ने एक हजार वर्ष तक समाधि लगाई। समाधि में से व्युत्थान होने पर जब उनका मन बाह्य जगत में आया, तब जगत के कल्याण की कामना वाले...
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