क्या आप जानते हैं बिल्वपत्र चढ़ाने का यह मंत्र
तीन पत्तियों वाला बिल्वपत्र शिव जी को अत्यंत प्रिय है। आइए जानें कि बिल्वपत्र चढ़ाते समय कौन सा मंत्र बोलने से शीघ्र फल मिलता है।
View Articleश्रावण मास विशेष : बिल्वपत्र चढ़ाने का यह है मंत्र
तीन पत्तियों वाला बिल्वपत्र शिव जी को अत्यंत प्रिय है। आइए जानें कि बिल्वपत्र चढ़ाते समय कौन सा मंत्र बोलने से शीघ्र फल मिलता है।
View Articleश्रावण सोमवार : व्रत-पूजन की प्रामाणिक विधि
पुराणों और शास्त्रों के अनुसार सोमवार के व्रत तीन तरह के होते हैं। सावन सोमवार, सोलह सोमवार और सोम प्रदोष।
View Articleशिवलिंग के 6 प्रकार, जानिए
शिव का अर्थ शुभ और लिंग का अर्थ ज्योतिपिंड। शिवलिंग 'ब्रह्माण्ड' या ब्रह्मांडीय अंडे के आकार का प्रतिनिधित्व करता है। दो प्रकार के शिवलिंग होते हैं। पहला उल्कापिंड की तरह काला अंडाकार लिए हुए। इस तरह...
View Articleभगवान भोलेनाथ के 10 छोटे और सरल मंत्र, श्रावण में अवश्य पढ़ें
श्रावण मास में मंत्र जाप से भोले भंडारी की कृपा शीघ्र प्राप्त होती है। यहां कुछ मंत्र प्रस्तुत हैं जिनका पूरे श्रावण मास में रुद्राक्ष की माला से जप करना चाहिए।
View Articleशंख से कतई जल ना चढ़ाएं शिवजी को, जानिए क्यों
शंख यूं तो पवित्र प्रतीक चिन्ह है लेकिन भगवान शिव को शंख से जल नहीं चढ़ता है। इसका कारण शिवपुराण में वर्णित है। आइए जानते हैं कथा...
View Articleसावन माह में कठोर व्रत जरूरी क्यों?
कुछ लोग श्रावण के सोमवार को ही उपवास या व्रत रखते हैं जो कि उचित नहीं है। सावन के माह में सोमवार को सबसे महत्वपूर्ण दिन होता है। लेकिन पूरे माह कठोर व्रत रखने का विधान है। इसके लिए आप आठ प्रहर में से...
View Articleपावन शिव चालीसा और शिव तांडव (वीडियो)
श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान। कहत अयोध्यादास तुम, देहु अभय वरदान॥ जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥ भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥ अंग गौर शिर गंग बहाये।...
View Articleदिव्य फल देती है यह नटराज स्तुति, अवश्य पढ़ें
सत सृष्टि तांडव रचयिता नटराज राज नमो नमः... हेआद्य गुरु शंकर पिता नटराज राज नमो नमः...
View Articleसावन में 50 साल बाद अत्यंत शुभ संयोग, जानें 4 सोमवार का फल...
जय शंकर! भगवान शिव की भक्ति का सबसे पावन और सिद्ध माह सावन आरंभ हो गया है। इस बार सावन कई अद्भुत योग लेकर आया है। माना जा रहा है कि इस बार 50 वर्ष बाद सावन में ऐसा योग बन रहा है जिसमें रोजगार में...
View Articleशिवलिंग क्या है? जानिए वास्तविक अर्थ............
अन्य धर्म के लोग अपने छोटे-छोटे बच्चोंं को बताते हैं कि हिन्दू लोग लिंग और योनी की पूजा करते हैं। हर किसी को संस्कृत का ज्ञान नहीं होता है। आइए इसका अर्थ जानें और भ्रम से बचें।
View Articleशिवजी को भूलकर भी नहीं चढ़ाएं यह फूल, बढ़ जाता है शिव का क्रोध
अगर आप अनजाने में यह फूल भगवान भोलेनाथ को चढ़ा रहे हैं तो यह समझ लीजिए कि भगवान भोलेनाथ आप पर प्रसन्न होने की बजाए नाराज भी हो सकते हैं, क्योंकि शिव पुराण में एक खास फूल को भगवान शिव की पूजा के लिए...
View Articleभगवान शिव को क्यों कहते हैं नीलकंठ
समुद्र मंथन के दौरान जब देवतागण एवं असुर पक्ष अमृत-प्राप्ति के लिए मंथन कर रहे थे, तभी समुद्र में से कालकूट नामक भयंकर विष निकला। उस विष की अग्नि से दसों दिशाएं जलने लगीं और देवताओं और दैत्यों सहित...
View Articleसौभाग्य व लक्ष्मी प्राप्ति के लिए श्रावण मास में यह चढ़ाएं शिव को
श्रावण मास भगवान शिव को प्रसन्न करने का माह माना जाता है। आइए जानते हैं किस प्रकार की मनोकामना के लिए शिव शंकर का किस द्रव्य से पूजन करना चाहिए।
View Articleशिव की कृपा प्राप्ति का सुनहरा अवसर है श्रावण सोमवार
श्रावण माह में सोमवार का दिन विशेष महत्व रखता है। सोमवार को शिव उपासना की कृपा प्राप्ति का द्वार माना गया है। जो देवों के भी देव हैं वही महादेव हैं अर्थात् भगवान शिव हैं।
View Articleकैलाश मानसरोवर : जहां कण-कण में हैं शिव
आइए हम आपको दर्शन करा रहे हैं कैलाश मानसरोवर के। मानसरोवर वही पवित्र जगह है, जिसे शिव का धाम माना जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार मानसरोवर के पास स्थित कैलाश पर्वत पर शिव-शंभु का धाम है। यही वह पावन...
View Articleभगवान शिव के दिव्य पवित्र पौराणिक धाम
यूं तो प्रत्येक शहर और गांवों में शिव के अनेक शिवालय है, जिनमें से अधिकतर का अपना अलग पुरातात्विक और पौराणिक महत्व भी है। पुराणों में बारह ज्योर्तिलिंग के अलावा भी शिव के पवित्र स्थानों का उल्लेख मिलता...
View Article12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन कीजिए एक साथ
भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंग देश के अलग-अलग भागों में स्थित हैं। इन्हें द्वादश ज्योतिर्लिंग के नाम से जाना जाता है। इन ज्योतिर्लिंग के दर्शन, पूजन, आराधना से भक्तों के जन्म-जन्मातर के सारे पाप समाप्त...
View Articleपढ़ें 12 ज्योतिर्लिंगों की पौराणिक कथाएं
भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंग देश के अलग-अलग भागों में स्थित हैं। इन्हें द्वादश ज्योतिर्लिंग के नाम से जाना जाता है। इन ज्योतिर्लिंग के दर्शन, पूजन, आराधना से भक्तों के जन्म-जन्मातर के सारे पाप समाप्त...
View Articleश्रावण मास में शिव कृपा चाहे तो जल जरूर बचाएं
जो जल समस्त जगत के प्राणियों में जीवन का संचार करता है वह जल स्वयं उस परमात्मा शिव का रूप है। इसीलिए जल का महत्व समझकर उसकी पूजा करना चाहिए, न कि उसका अपव्यय।
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