श्रावण में पाएं शिव कृपा
श्रावण के महीने में खास तौर सोमवार का दिन शिव उपासना की कृपा प्राप्ति का द्वार है। जो देवताओं के भी देवता है वही महादेव अर्थात् भगवान शिव हैं। यद्यपि वर्ष में प्रत्येक महीने शिव उपासना किसी न किसी...
View Articleशिव कृपा से हुई थी रुद्राक्ष की उत्पत्ति
भगवान शिव ने रुद्राक्ष उत्पत्ति की कथा पार्वती को कही है। एक समय भगवान शिवजी ने एक हजार वर्ष तक समाधि लगाई। समाधि में से व्युत्थान होने पर जब उनका मन बाह्य जगत में आया, तब जगत के कल्याण की कामना वाले...
View Articleशिव-पार्वती को प्रिय संपूर्ण महामृत्युंजय मंत्र
महामृत्युंजय मंत्र व्यक्ति को ना ही केवल मृत्यु भय से मुक्ति दिला सकता है बल्कि उसकी अटल मृत्यु को भी टाल सकता है। कहा जाता है कि इस मंत्र का सवा लाख बार निरंतर जप करने से किसी भी बीमारी तथा अनिष्टकारी...
View Articleश्रावण विशेष : शिव को किस कामना के लिए क्या चढ़ाएं
शिव को गाय के कच्चे दूध से स्नान कराने पर विद्या प्राप्त होती है। जानिए और भी उपाय...
View Articleभगवान शिव के बिल्ववृक्ष की 11 महिमा अवश्य जानिए
तीन पत्तियों वाला बिल्व पत्र भगवान शिव को अर्पित किया जाता है। इस का पेड़ कई शुभता लाता है। आइए जानें इसका महत्व...
View Articleश्रावण में किस अभिषेक का क्या मिलता है फल
श्रावण में शिवाभिषेक का विशेष महत्व है। यह अभिषेक जल और दूध के अतिरिक्त कई तरल पदार्थों से किया जाता है। आइए जानते हैं किस धारा के अभिषेक से क्या फल मिलता है-
View Articleरहस्यमय और विचित्र है शिवजी के स्वरूप, जानिए उनके अर्थ...
भगवान शिव का रूप-स्वरूप जितना रहस्यमय और विचित्र है, उतना ही आकर्षक भी। शिव जो धारण करते हैं, उनके भी बड़े व्यापक अर्थ हैं। रुद्र, शिव, महादेव ये सारे ही शिव के नाम हैं।
View Articleविशेष वरदान के लिए विशेष फूल चढ़ाएं भगवान शिव को
श्रावण मास शिव जी का माह है। इस माह में शिव जी हर पूजा को सहर्ष ग्रहण करते हैं। आइए जानते हैं किस फूल को चढ़ाने पर शिव जी कौन सा वरदान देते हैं-
View Articleमहामृत्युंजय से नाश होता है मृत्यु, भय, रोग तथा शोक का...
शिव के साधक को न तो मृत्यु का भय रहता है, न रोग का, न शोक का। शिव तत्व उनके मन को भक्ति और शक्ति का सामर्थ्य देता है। शिव तत्व का ध्यान महामृत्युंजय मंत्र के जरिए किया जाता है।
View Articleभगवान शिव का प्राण प्रतिष्ठित मंत्र है ॐ नमः शिवाय
'ॐ नमः शिवाय' यह जो षड़क्षर शिव वाक्य है, शिव का विधि वाक्य है, अर्थवाद नहीं है। यह उन्हीं शिव का स्वरूप है जो सर्वज्ञ, परिपूर्ण और स्वभावतः निर्मल हैं। सर्वज्ञ शिव ने जिस निर्मल वाक्य पच्चाक्षर मंत्र...
View Articleसमस्त संकट मिटाने वाला सोलह सोमवार व्रत, जानिए कैसे करें...
संकट (सोलह) सोमवार यह व्रत श्रावण (सावन) मास के प्रथम सोमवार से प्रारंभ किया जाता है अथवा कार्तिक या अगहन (मार्गशीर्ष) से भी प्रारंभ करते हैं। श्रावण मास में सोमवार व्रत अधिक से अधिक लोग करते हैं। अत:...
View Articleसोलह सोमवार व्रत : पढ़ें पौराणिक एवं प्रामाणिक कथा
एक समय श्री महादेवजी पार्वती के साथ भ्रमण करते हुए मृत्युलोक में अमरावती नगरी में आए। वहां के राजा ने शिव मंदिर बनवाया था, जो कि अत्यंत भव्य एवं रमणीक तथा मन को शांति पहुंचाने वाला था। भ्रमण करते सम...
View Articleश्रावण मास विशेष : कच्चे केले के 5 फलाहारी व्यंजन विधियां...
श्रावण का महीना हो और व्रत-उपवास की बात न हो, क्या भला ऐसा हो सकता है। भगवान शिव को प्रिय श्रावण मास लगते ही हर कोई भक्त उपवास करने के लिए ललायित हो जाते हैं, ऐसे समय में व्रत के दौरान अपने खान-पान पर...
View Articleश्रावण मास में इन पवित्र नामों से होते हैं शिव प्रसन्न
वेदों, पुराणों और उपनिषदों में अनेक नामों से शिव की महिमा गाई गई है। उनमें से कुछ नाम यहां उद्धृत किए जा रहे हैं :
View Articleश्रावण में पवित्र रुद्राष्टक स्तोत्र देगा मनचाहा फल
कोई भी साधक सावन/श्रावण में भगवान शिव का ध्यान करते हुए रामचरित मानस से लिए गए इस लयात्मक स्तोत्र का श्रद्धापूर्वक पाठ करें, तो वह शिवजी का कृपापात्र हो जाता है। यह स्तोत्र बहुत थोड़े समय में कण्ठस्थ हो...
View Articleक्यों है श्रावण मास सबसे खास, पढ़ें पौराणिक कथाएं
पौराणिक मान्यता के अनुसार श्रावण महीने को देवों के देव महादेव भगवान शंकर का महीना माना जाता है। इस संबंध में पौराणिक कथा है कि जब सनत कुमारों ने महादेव से उन्हें श्रावण महीना प्रिय होने का कारण पूछा तो...
View Articleपवित्र पौराणिक कथा भगवान महाकालेश्वर की
राजा चंद्रसेन को ध्यानमग्न देखकर बालक भी शिव की पूजा हेतु प्रेरित हुआ। वह कहीं से एक पाषाण ले आया और अपने घर के एकांत स्थल में बैठकर भक्तिभाव से शिवलिंग की पूजा करने लगा। कुछ देर पश्चात उसकी माता ने...
View Articleश्रावण मास में आश्चर्यजनक असर करता है महामृत्युंजय मंत्र
श्रावण मास में महामृत्युंजय मंत्र जपने से अकाल मृत्यु टलती है। आरोग्यता की प्राप्ति होती है।
View Articleश्रावण मास में सूर्य ग्रह के लिए पूजें अरुणेश्वर महादेव को
भगवान शिव नवग्रहों के अधिष्ठात्र देवता हैं। भारतीय ज्योतिष शास्त्र में जीवन पर नवग्रहों के पड़ने वाले प्रभाव तय किए गए हैं। नवग्रहों में प्रथम सात ग्रह विशेष रूप से मायने रखते हैं बाकि राहु व केतु...
View Articleउज्जैन में क्यों विराजित हैं शिव 'महाकाल' के रूप में, अवश्य पढ़ें
हे महाकाल, महादेव, दुष्टों को दंडित करने वाले प्रभु! आप हमें संसार रूपी सागर से मुक्ति प्रदान कीजिए, जनकल्याण एवं जनरक्षा हेतु इसी स्थान पर निवास कीजिए एवं अपने (इस स्वयं स्थापित स्वरूप के) दर्शन करने...
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