कावड़ यात्रा विशेष : जानिए क्या करें, क्या न करें
जलस्रोत से एक बार जल भरकर उसे अभीष्ट कर्म के पूर्व अर्थात शिवजी को अर्पण करने के पहले भूमि पर नहीं रखना चाहिए। इसके मूल में भावना यह हैकि जलस्रोत से प्रभु को सीधे जोड़ा है जिससे धारा प्राकृतिक रूप से उन...
View Articleश्रावण में क्यों माना जाता है सोमवार का दिन विशेष
श्रावण मास में आशुतोष भगवान शंकर की पूजा का विशेष महत्व है। जो प्रतिदिन पूजन न कर सकें उन्हें सोमवार को शिव पूजा अवश्य करनी चाहिए और व्रत रखना चाहिए। सोमवार भगवान शंकर का प्रिय दिन है। अतः सोमवार को...
View Articleश्रावण सोमवार : कैसे करें व्रत-पूजा, मिलेगा क्या फल
श्रावण सोमवार व्रत सूर्योदय से प्रारंभ कर तीसरे पहर तक किया जाता है। शिव पूजा के बाद सोमवार व्रत की कथा सुननी आवश्यक है। व्रत करने वाले को दिन में एक बार भोजन करना चाहिए।
View Articleभगवान शिव के 108 नाम (अर्थ सहित)
शास्त्रों और पुराणों में भगवान शिव के अनेक नाम है। जिसमें से 108 नामों का विशेष महत्व है। यहां अर्थ सहित नामों को प्रस्तुत किया जा रहा है।
View Articleरूद्राक्ष से मिलती है शिव की कृपा
श्रावण के महीने में शिवभक्ति का विशेष महत्व है। शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए श्रद्धालु उनका पूजन, अभिषेक, अनुष्ठान कर शिवभक्ति में डूबे नजर आते हैं। शिव की कृपा प्राप्ति के लिए रूद्राक्ष का विशेष...
View Articleक्या आप जानते हैं पवित्र कथा महाकालेश्वर की
उज्जयिनी में राजा चंद्रसेन का राज था। वह भगवान शिव का परम भक्त था। शिवगणों में मुख्य मणिभद्र नामक गण उसका मित्र था। एक बार मणिभद्र ने राजा चंद्रसेन को एक अत्यंत तेजोमय 'चिंतामणि' प्रदान की। चंद्रसेन ने...
View Articleश्रावण मास में पढ़ें शिव के 11 सरल चमत्कारी मंत्र
प्रत्येक सोमवार को शिवलिंग की पूजा के बाद मन ही मन या रुद्राक्ष माला से कुश आसन पर बैठ इन चमत्कारी मंत्रों का जप करना विलक्षण सिद्धि व मनचाहे लाभ देने वाला होता है-
View Articleश्रावण मास में राशिनुसार करें शिवजी का पूजन, जानिए कैसे?
श्रावण मास को शास्त्रों में पवित्र और मनोकामना पूर्ण करने वाला महीना माना गया है। सृष्टि के संहारक शिव के पूजन का प्रतीक यह माह कई विघ्नों को हरता है। विद्वानों के अनुसार श्रावण में की गई शिव पूजा से...
View Articleश्रावण मास : शिव पूजन में बहुत जरूरी हैं यह सावधानियां...
शिव पूजन में अगरबत्ती न लें तो अच्छा रहे क्योंकि अगरबत्ती में बांस की लकड़ी प्रायः लगी रहती है। यह सब सामान एकत्र करके किसी भी शिव मंदिर जाएं। यदि नजदीक कोई शिवालय उपलब्ध न हो तो बिल्व वृक्ष के पास...
View Articleमंगलागौरी व्रत : जानिए प्रथम व्रत पूजनविधि
हिंदू धर्म में कई तरह के पर्व, व्रत, उपवास, पूजन आदि सम्मिलित हैं, जिन्हें अलग-अलग विशेष महत्व एवं उद्देश्य के लिए किया जाता है। श्रावण मास से इन व्रत-पर्वेां की शुरूआत हो जाती है। श्रावण मास में किया...
View Articleश्रावण में भगवान शिव के साथ करें श्रीराम की आराधना
'भगवान शिव' राम के इष्ट एवं 'राम' शिव के इष्ट हैं। ऐसा संयोग इतिहास में नहीं मिलता कि उपास्य और उपासक में परस्पर इष्ट भाव हो इसी स्थिति को संतजन 'परस्पर देवोभव' का नाम देते हैं।
View Articleकावड़ यात्रा का क्या मिलता है फल, जानिए 5 प्रमुख यात्राएं
संतान की बाधा व उनके विकास के लिए, मानसिक प्रसन्नता हेतु, मनोरोग के निवारण के लिए, आर्थिक समस्या के समाधान हेतु कावड़ यात्रा शीघ्र व उत्तम फलदायी है। कावड़ यात्रा किसी भी जलस्रोत से किसी भी शिवधाम तक की...
View Articleकावड़ यात्रा विशेष : अनुष्ठान मनभावन पावन यात्रा का...
पूजा का एक प्रकार है कावड़ यात्रा जिसे कावड़ भी कहा जाता है। इसमें भक्त किसी भी प्राकृतिक-पवित्र जलस्रोत से जल लेकर ज्योतिर्लिंग, सिद्धलिंग या प्रतिष्ठित शिवलिंग पर अर्पित करने जाता है।
View Articleश्रावण में क्यों की जाती है श्रीकृष्ण की पूजा
बहुत कम लोग जानते हैं कि श्रावण मास में शिवजी की आराधना के साथ श्रीकृष्ण आराधना का भी अत्यंत महत्व है। विशेषकर श्रावण कृष्ण पक्ष की अष्टमी से भादौ कृष्ण पक्ष की अष्टमी अर्थात श्रीकृष्ण जन्माष्टमी तक एक...
View Articleजानिए बिल्वपत्र के बारे में 10 महत्वपूर्ण बातें
भगवान शिव के पूजन में बिल्वपत्र का बहुत महत्व है। कहा जाता है, कि बिल्वपत्र शिवजी को अतिप्रिय है। इसलिए भोलेनाथ को बिल्वपत्र अर्पित किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं बिल्वपत्र के बारे में 10...
View Articleबिल्ववृक्ष की महिमा से जुड़ी 7 महत्वपूर्ण बातें
भगवान शिव को बिल्वपत्र चढ़ाने का जितना महत्व है, उतना ही महत्व बिल्वपत्र के वृक्ष का भी माना गया है। बिल्वपत्र के वृक्ष की महिमा के बारे में अगर आप नहीं जानते, तो जरूर पढ़िए बिल्वपत्र के वृक्ष की यह 7...
View Articleबिल्वपत्र की जड़ में हैं यह 6 विशेषताएं
जिस प्रकार भगवान शिव के पूजन एवं शिव की कृपा प्राप्ति के लिए बिल्वपत्र और उसके वृक्ष का महात्म्य है, उसी प्रकार बिल्वपत्र के वृक्ष की जड़ का भी विशेष महत्व होता है। इसे पूजन के साथ-साथ औषधि के रूप...
View Articleश्रावण शुक्ल पंचमी : शिव श्रृंगार के पूजन का पर्व
श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि नागपंचमी नागों को समर्पित है। इस त्योहार पर व्रतपूर्वक नागों का अर्जन, पूजन होता है। वेद और पुराणों में नागों का उद्गम महर्षि कश्यप और उनकी पत्नी कद्रू से माना...
View Articleशिवपुराण में शिव-शक्ति का संयोग
शिव पुराण के अनुसार शिव-शक्ति का संयोग ही परमात्मा है। शिव की जो पराशक्ति है उससे चित् शक्ति प्रकट होती है। चित् शक्ति से आनंद शक्ति का प्रादुर्भाव होता है, आनंद शक्ति से इच्छाशक्ति का उद्भव हुआ है,...
View Articleविश्वविख्यात हैं रुद्रपुर का शिवलिंग
भारत में वैसे तो अनेकानेक मंदिर शिवालय हैं परन्तु उत्तरप्रदेश के देवरिया जिले के रुद्रपुर में 11वीं सदी में अष्टकोण में बने प्रसिद्ध दुग्धेश्वरनाथ मंदिर में स्थापित शिवलिंग अपनी अनूठी विशेषता के लिए...
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